Indian Cricket Team – क्या आप जानते हैं भारतीय क्रिकेट टीम किसके इशारों पर चलती है, मैच किस प्रकार होते हैं, और रोचक बातें, जाने हमारे साथ
भारतीय क्रिकेट टीम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करती है। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा संचालित भारतीय क्रिकेट टीम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की पूर्ण सदस्य है। भारतीय टीम दो बार क्रिकेट विश्वकप (१९८३ और २०११) अपने नाम कर चुकी है। वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम के कोच राहुल द्रविड़ हैं और भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रोहित शर्मा और सफेद गेंद के प्रारूप के कप्तान भी रोहित शर्मा हैं।
इतिहास
यद्यपि भारत में क्रिकेट 18 वीं सदी में यूरोपीय व्यापारी नाविकों द्वारा लाया गया था, और भारत में पहला क्रिकेट क्लब 1792 में कलकत्ता में स्थापित किया गया था परन्तु राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने अपना पहला मैच लॉर्ड्स में 25 जून 1932 को खेला।[3] अपने पहले टेस्ट मैच खेलने के साथ ही विश्व में टेस्ट टीम की हैसियत पाने वाली छठवी टीम बन गयी। अपने पहले ५० वर्षों में टीम ने बहुत ही कमजोर प्रदर्शन किया, 196 टेस्ट मैचों में से केवल 35 मैच में ही जीत दर्ज करा पाई। 1970 के दशक से भारतीय क्रिकेट टीम एक शक्तिशाली टीम बनकर उभरी। 1983 में कपिल देव के नेतृत्व में वेस्टइंडीज को हराकर विश्वकप अपने नाम किया।[4] सौरव गांगुली की कप्तानी में 2003 में उपविजेता रही एवं 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने दूसरी बार विश्वकप जीता। 2021 में सबसे पहले टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मे भारत ने अपनी जगह बनाई थी। इंग्लैंड को मात देकर WTC फाइनल में पहुंची थी टीम इंडिया।
भारतीय टीम कोचिंग स्टाफ़
- टीमv निदेशक : राहुल द्रविड़
- मुख्य कोच : राहुल द्रविड़
- सहायक कोच : विक्रम राठौड़
- गेंदबाजी कोच : भरत अरुण
- क्षेत्ररक्षक कोच : आर श्रीधर
जो खिलाड़ी 12 महीनों से ज्यादा खेले हुए है उनके पीछे (श्रेणी सी) लगाया गया है।
बीसीसीआई भारतीय खिलाड़ियों को ग्रेड के हिसाब से वेतन देता है :
श्रेणी ए – ₹ सालाना 2 करोड़ ($306,000)
श्रेणी बी – ₹ सालाना 1 करोड़ ($158,000)
श्रेणी सी – ₹ सालाना 50 लाख ($78,000)
व्यक्तिगत रिकॉर्ड्स
सचिन तेंदुलकर जिन्होंने १६ वर्ष की उम्र में १९८९ में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए क्रिकेट खेलना प्रारम्भ किया था जो बाद में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले , सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले तथा एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी पहले खिलाड़ी बने जिन्होंने दोहरा शतक लगाया हो। वनडे तथा टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड भी इन्हीं के नाम है। भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड वीरेंद्र सहवाग का है जिन्होंने चेन्नई में ३१९ की पारी खेली थी जो कि पहला भारतीय तिहरा शतक था। सहवाग ने इनसे पहले ३०९ रनों की पारी खेली थी जो पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। टेस्ट क्रिकेट में भारत का सबसे बड़ा स्कोर ७२६/९ है जो 2009 में मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था जबकि सबसे न्यूनतम स्कोर ३६ रन है जो एडिलेड, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ २०२० में बनाया था।
एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय में भारत का सबसे बड़ा स्कोर ४१८/५ है जो २०११-२०२२ में इंदौर में वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ बनाए थे। जबकि पहली बार ४०० या इससे ज्यादा रन २००७ क्रिकेट विश्व कप में वेस्ट इंडीज़ में बरमूडा के खिलाफ ४१३/५ रन बनाए थे। इसी मैच को २५७ रनों से जीतकर रनों से सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। भारत की ओर से वनडे क्रिकेट में एक मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा का है जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 2012 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान में २६४ रनों की पारी खेली थी इनके अलावा रोहित शर्मा वे पहले खिलाड़ी है जिन्होंने 3 बार दोहरे शतक लगाए हो।
गेंदबाजी के मामले में भी भारत के कई गेंदबाजों ने रिकॉर्ड बनाए है। अनिल कुंबले शीर्ष तीन गेंदबाजों में शामिल है जिन्होंने ६००+ विकेट लिए हो। १९९९ में जिम लेकर के अनिल कुंबले टेस्ट मैच की एक पारी में १० के १० विकेट लेने वाले खिलाड़ी बने जो कि पहले भारतीय है। यह रिकॉर्ड कुंबले ने १९९९ में दिल्ली के फिरोज़ शाह कोटला में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था।
इनके अलावा कई रिकॉर्ड है जैसे – महेन्द्र सिंह धोनी जिन्होंने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम 2005 में श्रीलंका के खिलाफ १८३* की पारी खेली थी ये सबसे बड़ी पारी थी जिसने विकेट-कीपर होते हुए इतने ज्यादा रन बनाए हो।
2017 में टीम इंडिया ने एक साल में 14 सीरीज जीतकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम था, जिसने 2011 में 13 द्विपक्षीय सिरीज पर कब्जा किया था।
टीम इंडिया के नाम घर में लगातार सबसे ज्यादा टेस्ट सीरीज जितने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है, भारत ने ये वर्ल्ड रिकॉर्ड 2021 में इंग्लैंड को हराकर बनाया था। घर में टीम इंडिया की ये लगातार 13वीं सीरीज फतह थी। इंग्लैंड के हाथों 2012 में घरेलू टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद से भारत ने अपने घर पर एक भी टेस्ट सीरीज नहीं गंवाई है।
2022 में भारत ने घर में श्रीलंका को हरा कर अपने पुराने वर्ल्ड रिकॉर्ड को थोड़ दिया है। टीम इंडिया घर में लगातार 15 टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करने वाली क्रिकेट इतिहास की पहली टीम बन गयी है। 2022 में ही श्रीलंका के खिलाफ मैच जीतते ही टीम इंडिया ने टी-20 इंटरनेशनल में लगातार 12 जीत के रिकॉर्ड की बराबरी की थी। अभी तक टी-20 क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड अफगानिस्तान के नाम था, जिन्होंने 12 जीत दर्ज की थी. भारत के नाम भी अब 12 ही जीत हो गई हैं।
स्टेडियम
कप्तानी
भारतीय क्रिकेट टीम में लगभग अठाईस कप्तान हो चुके है जिन्होंने कम से कम एक टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी की हो। जिनमें से सिर्फ छः ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने कम से कम २५ या इनसे अधिक मैचों में कप्तानी की हो , इनके अलावा पांच ऐसे भी है जिन्होंने केवल वनडे क्रिकेट में कप्तानी की है। भारत का सबसे पहला कप्तान सीके नायडू थे जिन्होंने पहला मैच इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। इनके अलावा १९३३-३४ में ३ टेस्ट मैचों की श्रृंखला हुई थी। लाला अमरनाथ भारत के चौथे कप्तान थे इन्होंने पहला मैच भारतीय स्वतंत्रता के पश्चात खेला था। लाला अमरनाथ की कप्तानी में ही भारत ने पहला टेस्ट मैच और पहली टेस्ट श्रृंखला जीती थी जो १९५२-५३ में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए थे।
भारतीय क्रिकेट टीम के नवाब मंसूर अली ख़ान पटौदी जिन्होंने १९६१ से १९६२ तथा १९३९ से १९७० तक ३६ टेस्ट मैचों में कप्तानी की थी , इनके बाद इन्हें ४ मैचों के लिए १९७९ में वापस कप्तान बनाया था। अजित वाडेकर की कप्तानी में भारत ने पहला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच १९८४ में जीता था।
पोस्ट स्त्रोत : सोशल मीडिया माध्यम से एकत्रित हुई जानकारी अनुसार।