Agra News – आगरा कोर्ट ने मुगल निर्मित ताज महल को हिंदू मंदिर घोषित करने के लिए याचिका दायर की
आगरा की एक अदालत में एक नई याचिका दायर की गई है जिसमें मांग की गई है कि दुनिया के आश्चर्यों में से एक प्रतिष्ठित ताज महल को हिंदू मंदिर घोषित किया जाए।
बुधवार की याचिका में 17 वीं शताब्दी के इस स्मारक में सभी इस्लामी गतिविधियों और अन्य प्रथाओं को रोकने का आह्वान किया गया है जो हिंदू पूजा स्थल के लिए उपयुक्त नहीं है। आईएएनएस समाचार एजेंसी ने बताया कि मामले की सुनवाई 9 अप्रैल को होनी है।
याचिकाकर्ता का दावा
अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने भगवान श्री तेजो महादेव के संरक्षक और योगेश्वर श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ ट्रस्ट और क्षत्रिय शक्तिपीठ विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष के रूप में मुकदमा दायर किया है।
उन्होंने अपने दावे के समर्थन में ऐतिहासिक पुस्तकों का हवाला दिया कि इस संरचना का इतिहास ताज महल के रूप में इसकी मान्यता से पहले का है और इसे एक हिंदू मंदिर, तेजो महालय घोषित किया जाना चाहिए।
ताज महल को शिव मंदिर घोषित करने की मांग को लेकर कई याचिकाएं दायर की गई हैं। कुछ याचिकाएँ ख़ारिज कर दी गई हैं; अन्य अभी भी लंबित हैं।
पर्यटकों के आकर्षण
ताज महल एक हाथीदांत सफेद संगमरमर का मकबरा है जिसे मुगल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज महल की कब्र के स्थान पर आगरा में यमुना नदी के तट पर बनवाया था।
इसमें स्वयं शाहजहाँ की कब्र भी है। इस परिसर में एक मस्जिद भी शामिल है, और यह भारत का सबसे अधिक मांग वाला पर्यटक आकर्षण है।